राजस्थान में हाल ही में Purani Pension Yojana का ट्रेंड बहोत ही जोरो शोरो से चल रहा है | काफी लोगो तो ये भ पता नहीं है की पुरानी पेंशन योजना क्या है ? परन्तु कई लाख सरकारी कर्मचारी इनकी आशा लगाये बैठे है क्यूंकि इस Old Pension Yojana को सरकार ने 2005 में बंद कर दिया था और फिर हाल ही में राजस्थान के मुख्यमंत्री द्वारा रजु किये गए Rajasthan Budget 2022 में Purani Pension Yojana 2022 को फिर से लागु कर दिया गया है | इसीलिए काफी सरकारी कर्मचारियों में ख़ुशी का माहोल है | आज हम इस आर्टिकल में पुरानी पेंशन योजना के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे |
पुरानी पेंशन योजना क्या है ?
पुरानी पेंशन योजना राजस्थान राज्यमें सरकारी कर्मचारियों के लिए चलाई जाने वाली एक पेंशन योजना है | जिसके अंतर्गत 2004 से पहले जिन लोगो ने सरकारी नौकरी को ज्वाइन किया था उन्हें सेवानिवृत (रिटायर्ड) होने के बाद एक फिक्स पेंशन राशि का लाभ मिलता था | ये फिक्स पेंशन की राशी कर्मचारी की सर्विस के समय पर ना होकर रिटायरमेंट के समय कर्मचारी की सैलरी पर तय होती थी | वहीं Purani Pension Yojana के तहत रिटायर्ड कर्मचारी की मौत के बाद उसके परिवार वालों को भी पेंशन सुविधा का लाभ दिया जाता था |
इसके अलावा पुरानी पेंशन योजना के तहत GPF की सुविधा, GPF निकासी (रिटायरमेंट के समय) पर आयकर में छूट, ग्रेच्युटी लाभ जैसी कई सुविधाएं दी जाती थी. वहीं पेंशन के लिए वेतन से किसी भी तरह की कटौती नहीं की जाती थी. Purani Pension Yojana Rajsthan के तहत सरकारी कर्मचारी को हर 6 महीने बाद महंगाई भत्ता, जीपीएफ से लोन लेने की सुविधा मिलती थी और रिटायरमेंट के बाद मेडिकल भत्ता, रिटायरमेंट के बाद मेडिकल बिलों की प्रतिपूर्ति हो जाती थी |
Other Details About Old Pension Yojana Rajasthan
राजस्थान की सरकार द्वारा सरकारी कर्मचारियों के लिए चलाई जाने वाली पिरानी पेंशन योजना राजस्थान को 2005 में बंद कर दि गई थी | क्यूंकि अप्रैल 2005 के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की केंद्र सरकार के द्वारा नव नियुक्तियों के लिए पुरानी पेंशन योजना को बंद कर दिया था और नई पेंशन योजना लागू की थी | और केंद्र सरकार के साथ में सभी राज्य सरकारों ने भी अपने राज्य में चलने वाली पुरानी पेंशन योजनाओ को बंद कर दिया और न्यू पेंशन योजनाओ को लागु कर दिया था |
परन्तु नयी पेंशन योजना के लागु होती ही और Purani Pension Yojana बंद होने की वजह से राजस्थान के सरकारी कर्मचारियों को रिटायर्मेंट के बाद नुकशान भुगतना पड़ता हुआ नजर आया इसलिए उन्होंने नयी पेंशन योजना को बंद करके पुरानी पेंशन योजना को फिर से शुरू करने के लिए काफी सारे आन्दोलन किये | और फिर जाकर अब 2022 में गहलोत की सरकार ने राजस्थान में फिर से Purani Pension Yojana Rajasthan को लागु कर दिया और New Pension Yojana को बंद कर दिया |
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New Updates Of Purani Pension Yojana 2022
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हाल ही मै राजस्थान राज्य के 2022-23 का बजेट पेश किया है | सीएम अशोक गहलोत ने 2022-23 के बजट में युवाओं, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में बहोत जी अहम घोषणाएं करते हुए चिरंजीवी योजना (chiranjeevi yojana) में बीमा का विस्तार करने के साथ ही पुरानी पेंशन स्कीम (old pension scheme) को फिर से शरु करने का एलान किया है |
हम सभी जानते हैं सरकारी सेवाओं से जुड़े कर्मचारी भविष्य के प्रति सुरक्षित महसूस करें तभी वे सेवाकाल में सुशासन के लिए अपना अमूल्य योगदान दे सकते हैं।अतः 1 जनवरी 2004 और उसके पश्चात नियुक्त हुए समस्त कार्मिकों के लिए मैं आगामी वर्ष से पूर्व पेंशन योजना लागू करने की घोषणा करता हूं।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) February 23, 2022
मुख्यमंत्री गहलोत ने राज्य के सरकारी कर्मचारियों को लेकर बहोत जी अहम ऐलान करते हुए अब सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना को फिर से लागू कर दि गई है | अब हमारे राज्य में 1 जनवरी 2004 और उसके बाद नियुक्त सभी सरकारी कर्मचारियों को Purani Pension Yojana Rajsthan के तहत लाभ मिल सकेगा | और वहीं रिटायर्ड कर्मचारियों को भी पूरी पेंशन मिलने का रास्ता खोल दिया गया है |
Benefite Of Purani Pension Yojana
राजस्थान सरकार के द्वारा सरकारी कर्मचारियों के लिए फिर से पुरानी पेंशन योजना लागु करने की वजह से सरकारी कर्मचारियों में ख़ुशी का माहोल छाया हुआ है | क्यूंकि नयी पेंशन योजना के बंद होने की वजह से और पुरानी पेंशन योजना फिर से लागु होने की वजह से सरकारी कर्मचारियों को बहोत सारा फायदा होने वाला है | Purani Pension Yojana के फायदे निचे दिए गए है |
- कर्मचारियों के वेतन में से GPF के लिए जो कटौती होती थी वो अब नहीं होगी |
- उन्हें एक शुरक्षित पेंशन योजना का लाभ मिलेगा |
- अब पुराणी पेंशन योजना के तहत पेंशन का भुगतान बाजार पर निर्भर नहीं रहेगा बल्कि सर्कार की ट्रेजरी से दिया जायेगा |
- रिटायरमेंट के समय अंतिम बेसिक सैलरी के 50 प्रतिसत तक निश्चित पेंशन मिलेगी |
- 6 महीने के बाद मिलने वाला महंगाई भत्ता (DA) लागू होगा |
- यदि चालू सर्विस के दरम्यान कर्मचारी की मौत होगी तो उनकी फेमिली को पेंशन योजना का लाभ मिलेगा |
- GPF के पैसो में से कोई इनकमटेक्ष नहीं देना होगा |
Difference Between Purani Pension Yojana Or New Pension Yojana
Purani Pension Yojana | New Pension Yojana |
वेतन ( सेलेरी) में से कोई कटौती नहीं होती | | वेतन ( सेलेरी) में से 10% (बेसिक+DA) की कटौती होती है | |
GPF (General Provident Fund) की सुविधा है | | GPF (General Provident Fund) की सुविधा नहीं है | |
एक सुरक्षित पेंशन योजना (Secure Pension Scheme) है | शेयर बाजार आधारित है | |
इसका भुगतान सरकार की ट्रेजरी के जरिए किया जाता है | | बाजार की चाल के आधार पर ही भुगतान होता है | |
रिटायरमेंट के समय अंतिम बेसिक सैलरी के 50 प्रतिसत तक निश्चित पेंशन मिलती है. | रिटायरमेंट के समय निश्चित पेंशन की कोई गारंटी नहीं है | |
6 महीने के बाद मिलने वाला महंगाई भत्ता (DA) लागू होता है | | 6 महीने के बाद मिलने वाला महंगाई भत्ता (DA) लागू नहीं होता है | |
रिटायरमेंट के बाद 20 लाख रुपए तक ग्रेच्युटी मिलती है | | रिटायरमेंट के समय ग्रेच्युटी का अस्थाई प्रावधान है | |
सर्विस के दौरान मौत होने पर फैमिली को पेंशन मिलने का प्रावधान है | | सर्विस के दौरान मौत होने पर फैमिली को पेंशन मिलती है, लेकिन योजना में जमा पैसे सरकार जप्त कर लेती है | |
GPF के ब्याज पर किसी प्रकार का इनकम टैक्स नहीं लगता है | | शेयर बाजार के आधार पर जो पैसा मिलेगा उस पर टैक्स देना पड़ेगा | |